बेहद अभिनव और पहले कभी न हुई इस पेशकश का लक्ष्य भारत में फिल्मों के लाखों प्रेमियों को खुले दिल से उम्दा अनुभव देना और उन्हें फिल्मों के लिये अपने शौक को ऐसे तरीके से जीने देना है, जिसमें टिकट की कीमत की कोई भूमिका न हो. यह पहल भारतीय दर्शकों के लिये फिल्मों को देखना ज्यादा सुलभ, खासकर वीकडेज़ पर, बनाते हुए रोमांच को दोबारा जीवित करना भी है.
पीवीआर पासपोर्ट के लॉन्च पर अपनी बात रखते हुए, पीवीआर आइनॉक्स लिमिटेड के को-सीईओ गौतम दत्ता ने कहा, “सिनेमा देखने का लालच हमेशा हावी रहता है, यह ऐसा लगाव है, जिसका पूरा अनुभव केवल बड़े पर्दे के आलीशान कैनवास पर मिल सकता है. पीवीआर में हम अपने प्यारे ग्राहकों की इच्छाएं पूरी करने के लिये प्रतिबद्ध हैं और हमने टिकट की कीमतों पर उनकी चिंता को करीब से सुना है, जिसके कारण कभी-कभी सिनेमा के जादू का मजा लेने में उन्हें बाधा होती है. इस गहरी समझ के साथ हम पासपोर्ट की पेशकश कर रहे हैं, जो कि मासिक सब्सक्रिप्शन वाला एक पास है, जिसे कीमतों से जुड़ी आपकी चिंताओं को दूर करने और आपको सिनेमा की दुनिया में मगन करने के लिये डिजाइन किया गया है. यह तरीका संभावित रूप से हमारे देश में फिल्में देखने के लिये थियेटर जाने का रिवाज बदल देगा. हमें विश्वास है कि ग्राहकों पर केन्द्रित हमारा यह नया प्रयोग विभिन्न जोनर्स में कंटेन्ट की व्यूअरशिप भी बढ़ाएगा, क्योंकि दर्शक अब ज्यादा खर्च किये बिना कंटेन्ट की नई-नई किस्मों का मजा ले सकेंगे.”
गौतम ने आगे कहा, “हमें जवान, गदर 2, रॉकी और रानी की प्रेम कहानी, ओएमजी 2 और ड्रीम गर्ल 2 जैसी फिल्मों की हालिया सफलता पर भी बड़ा गर्व है, जिन्हें दर्शकों ने खूब पसंद किया और इन फिल्मों के जरिए सिल्वर स्क्रीन का सदाबहार आकर्षण नजर आया. हम सिर्फ मनोरंजन करने की आकांक्षा नहीं रखते हैं, बल्कि दूसरों में भी सिल्वर स्क्रीन के लिये लगाव जगाना चाहते हैं. आने वाली तिमाहियों में हमें बेहद अपेक्षित फिल्मों का उत्सुकता से इंतजार है और यकीन है कि और भी ज्यादा फिल्म–प्रेमी हमारे मल्टीप्लेक्सेस में आएंगे और एक बार फिर से बड़े पर्दे के अनुभव को पसंद करेंगे. दर्शकों को सिनेमा के यादगार सफर की सौगात देने के लिये हम हमेशा प्रतिबद्ध हैं. इसलिये हम प्रशंसकों को पासपोर्ट लेने और सिनेमा की जादुई दुनिया में खो जाने के लिये आमंत्रित कर रहे हैं.”
आने वाले महीनों में रिलीज होने के लिये तैयार फिल्में सिनेमा को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म कर देंगी और दर्शकों को कई विकल्प देंगी. बेहद अपेक्षित टाइटल्स में शामिल हैं बॉलीवुड के रिलीज, जैसे कि गणपत, यारियां 2, द बकिंघम मर्डर, टाइगर 3, एनिमल आदि. जबकि हॉलीवुड की फिल्मों में बेहद प्रतीक्षित टाइटल्स हैं, जैसे कि किलर्स ऑफ द फ्लॉवर मून, ड्यून: पार्ट 2, द मार्वल्स, द हंगर गेम्स: द बैलाड ऑफ सॉन्गबर्ड्स एण्ड स्नेक्स और ट्रोल्स बैण्ड टूगेदर, आदि.
फिल्मों के शौकीन लोग पीवीआर एण्ड आइनॉक्स ऐप या वेबसाइट पर तीन महीनों की न्यूनतम सब्सक्रिप्शन अवधि के लिये अपने पासपोर्ट ले सकते हैं. रिडीम करने के लिये यूजर्स को ट्रांजेक्शन चेक आउट के वक्त पासपोर्ट कूपन को पेमेंट ऑप्शन के तौर पर चुनना होगा. कई टिकट लेने के लिये ट्रांजेक्शन करने पर एक टिकट को एक पासपोर्ट कूपन से रिडीम किया जा सकता है और बाकी टिकटों के लिये भुगतान हो सकता है, वह भी पेमेंट के किसी भी दूसरे आम तरीके से. पासपोर्ट का सब्सक्रिप्शन ट्रांसफर नहीं हो सकता और यह एक ही यूजर को मिल सकता है, जिसे थियेटर जाते वक्त अपना सरकारी पहचान-पत्र दिखाना होगा. पासपोर्ट भारत में हर पीवीआर और आइनॉक्स सिनेमा पर वैध होगा, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल और तेलंगाना जैसे दक्षिणी राज्यों और चंडीगढ़, पुडुचेरी, पठानकोट, श्रीनगर, भरुच, भिवाडी, जोरहट, कालका, सिलिगुड़ी और कोलंबों जैसे शहरों को छोड़कर. पासपोर्ट मुख्यधारा के आम ऑडिटोरियम्स के लिये या किसी भी शहर में किसी पीवीआर या आइनॉक्स मल्टीप्लेक्स थियेटर की रिक्लाइनर सीट बुक करने के लिये वैध होगा. पीवीआर आइनॉक्स पासपोर्ट के बारे में ज्यादा जानकारी के लिये कृपया https://passport.pvrinox.com/ विजिट करें.